जिन
पाकिस्तानियों ने अपने मुल्क से माइनॉरिटी का सफाया ही कर दिया आज उनके
राष्ट्रप्रमुख इमरान खान भारत को उपदेश दे रहे हैं की "माइनॉरिटी को कैसे
रखा जाता है",
मजहब के नाम पर बने मुल्क में जहां कभी हिंदुओं की संख्या 23% थी आज उसी इस्लामिक मुल्क मे हिंदुओं की संख्या 1% से भी कम रह गई है, पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले, उनकी संपत्तियों पर कब्जा और उनकी बहू बेटियों का अपहरण कर उन्हें जबरदस्ती मुसलमान बना देना यह वहां रोज की बात है, पाकिस्तान के सिंध प्रांत से हर महीने 34 हिंदू बच्चियां और महिलाएं अगवा होती हैं और यह आंकड़ा स्वयं पाकिस्तान सरकार का है,
मजहब के नाम पर बने मुल्क में जहां कभी हिंदुओं की संख्या 23% थी आज उसी इस्लामिक मुल्क मे हिंदुओं की संख्या 1% से भी कम रह गई है, पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले, उनकी संपत्तियों पर कब्जा और उनकी बहू बेटियों का अपहरण कर उन्हें जबरदस्ती मुसलमान बना देना यह वहां रोज की बात है, पाकिस्तान के सिंध प्रांत से हर महीने 34 हिंदू बच्चियां और महिलाएं अगवा होती हैं और यह आंकड़ा स्वयं पाकिस्तान सरकार का है,
भारत ने तो अपने मुल्क में मुस्लिम राष्ट्रपति भी बनाया मुस्लिम
उपराष्ट्रपति भी बनाए, मुस्लिम मुख्यमंत्री भी बनाए, मुस्लिम स्पोर्ट्पर्सन
भी बनाए, मुस्लिम IAS-IPS, मुस्लिम जज बनाये, सेना में मुस्लिम जनरल
बनाये, भारत की साहित्य, कला, टीवी और मीडिया इंडस्ट्री में मुस्लिमों की
भारी भरकम संख्या है, हमारी फ़िल्म इंडस्ट्री में तो मुस्लिम ही बहुसंख्यक
है,
क्या पाकिस्तान के राष्ट्र प्रमुख यह बता सकते हैं कि उन्होंने अपने देश में हिंदुओं को किन किन प्रमुख स्थानों पर बैठा रखा है, उन्हें सम्मान देने की बात तो छोड़ें यही बता दें कि 1947 में जो 23% माइनॉरिटी हिन्दू थे वो आज कहाँ हैं ?
कटु सत्य है कि पाकिस्तान का प्रथम कानून मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल भी पाकिस्तान की इस्लामिक और कट्टरवादी मानसिकता से व्यथित व् त्रस्त होकर, पाकिस्तानी कानून मंत्री के पद से त्याग पत्र देकर भारत चला आया था,
और मुझे नहीं लगता कि जोगेंद्रनाथ मंडल से अधिक उपयुक्त उदाहरण द्वारा पाकिस्तान में हिंदुओं की दुर्दशा को समझाया जा सकता है।
अंत मे यही कहूंगा कि, पर उपदेश कुशल बहुतेरे....
🇮🇳Rohan Sharma🇮🇳
क्या पाकिस्तान के राष्ट्र प्रमुख यह बता सकते हैं कि उन्होंने अपने देश में हिंदुओं को किन किन प्रमुख स्थानों पर बैठा रखा है, उन्हें सम्मान देने की बात तो छोड़ें यही बता दें कि 1947 में जो 23% माइनॉरिटी हिन्दू थे वो आज कहाँ हैं ?
कटु सत्य है कि पाकिस्तान का प्रथम कानून मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल भी पाकिस्तान की इस्लामिक और कट्टरवादी मानसिकता से व्यथित व् त्रस्त होकर, पाकिस्तानी कानून मंत्री के पद से त्याग पत्र देकर भारत चला आया था,
और मुझे नहीं लगता कि जोगेंद्रनाथ मंडल से अधिक उपयुक्त उदाहरण द्वारा पाकिस्तान में हिंदुओं की दुर्दशा को समझाया जा सकता है।
अंत मे यही कहूंगा कि, पर उपदेश कुशल बहुतेरे....
🇮🇳Rohan Sharma🇮🇳
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