Sunday, December 23, 2018

सत्ता पाते ही कांग्रेस ने शुरू की किसानों की जमीनों की नीलामी

देश के किसानों की आंखें खोल देने वाली खबर:
राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनते ही जिन किसानों ने ऋण नही चुकाया कांग्रेस की सरकार बनते ही नई सरकार के आदेश पर उन किसानों कि कृषि भूमि की नीलामियां आरंभ हो गईं हैं,
ज्ञात हो कि कांग्रेस ने राजस्थान के विधानसभा चुनावों में सभी किसानों के सम्पूर्ण ऋण माफ करने का वायदा किया था, और इसी वायदे की लालच में आकर बड़ी संख्या में किसानों ने कांग्रेस को राजस्थान विधानसभा चुनाव में बहुमत देकर सत्ता के सिंहासन पर बैठा दिया था,
किंतु जैसी की कांग्रेस की प्रवित्ति है उसीके अनुरुप सत्ता प्रप्ति के बाद कांग्रेस अपने वायदे और चुनावी घोषणापत्र से पलट गई, और वो सभी किसान ठगे से खड़े रह गए जिन्होंने कांग्रेस द्वारा दिखाए ऋण माफी के सब्जबाग के झांसे में आकर कांग्रेस को वोट दिया था,
और आज उन्ही किसानों के द्वारा चुनी गई कांग्रेस सरकार उन्ही किसानों की कृषि भूमि उनसे छीनकर नीलाम करवा रही है।
मृगमरीचिका दिखाने का तिलिस्म रचना कांग्रेस भली प्रकार जानती है और मृगतृष्णा से ग्रस्त वोटर उसमे फंस ही जाता है,
आजादी के 70 वर्षों तक कांग्रेस ने कभी किसानों के हितों की चिंता नही की बस उन्हें वोटबैंक के रुप में इस्तेमाल किया,
जब भाजपा की सरकारें बनी तो उनमें भ्र्ष्टाचार नदारद था।
भाजपा ने किसानों को सिंचाई हेतु बिजली का प्रबन्ध करवाया।
भाजपा ने किसानों की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 150% तक बढ़ाया।
पिछली सरकारों में यूरिया की कालाबाजारी होती थी, किसान डंडे खाता था और किसानों के हिस्से का यूरिया विभिन्न केमिकल फैक्ट्रियों में अवैध रुप से पहुंच जाया करता था, किन्तु भाजपा ने 100% यूरिया की नीम कोटिंग की और सुनिश्चित किया कि किसानों को यूरिया की सप्पलाई में कोई कमी न हो।
भाजपा द्वारा सॉइल हेल्थ कार्ड बनवाये गए जिससे किसान अपनी भूमि की क्षमता अनुसार ही फसल उगाएं और अधिक उपज से अधिक लाभ अर्जीत कर सकें।
भाजपा किसानों के हित हेतु फसल बीमा योजना लेकर आई जिससे किसनों की फसल यदि नष्ट हो जाये तो उसकी भरपाई हो सके।
भाजपा ने किसानों के लिए ई-मंडी जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवायीं जिससे किसान अपनी फसल सरलता से बेच सके।
किंतु कांग्रेस द्वारा दिखाए गए सब्जबाग के लालच में किसान यह सब भूलकर ऋण माफी के जाल में फंस गया और जिसने उसे यह सब सुविधाएं दी उसे ही भूल गया,
गरीबी हटाओ यह महज कांग्रेस के लिए चुनावी नारा रहा है जो दशकों से गांधी परिवार बोलता आ रहा है किंतु कभी इसपर अमल इसलिए नहीं किया क्योंकि यदि गरीबी वास्तव में हट गई लोग साक्षर, सम्रद्ध व् सशक्त हो गए तो फिर उन्हें कांग्रेस की आवश्यकता ही नही होगी न ही वे कांग्रेसियों के आगे सर झुकायेंगे और हाथ फैलाएंगे, जितने अधिक गरीब होंगे उतना ही कांग्रेस को फायदा होगा क्योंकी कांग्रेस अपने को उन्ही गरीबों का मसीहा बनाकर प्रस्तुत करती रहेगी और कांग्रेस के पीछे जितनी अधिक गरीबों की लंबी फौज उतनी ही अधिक कांग्रेस की शक्ति।
किसानों को समझने की आवश्यकता है कि ऋण माफी का वायदा केवल उनका वोट हथियाने का हथकंडा मात्र है, उनका वास्तविक शुभचिंतक वो है जो उन्हें कृषि हेतु आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्सचर उपलब्ध करवाकर उनकी हितों के अनुकूल सुलभ वातावरण उपलब्ध करवा रहा है,
आगामी लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस यही ऋण माफी का हथकंडा चलेगी, देश के किसानों को एक बार कांग्रेस शासित, कर्नाटक, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व् पंजाब राज्यों के किसानों संग कांग्रेस द्वारा किये गए इसी ऋण माफी के छलावे को याद रखकर ही अपना वोट किसे देना है का निर्णय करना चाहिए।
🇮🇳Rohan Sharma🇮🇳
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